HKRN: अगर आप हरियाणा में सरकारी नौकरी पाना चाहते हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण है
हरियाणा सरकार ने हरियाणा कौशल रोजगार निगम (HKRN) में भर्ती प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाने के लिए बड़े बदलाव किए हैं। ये बदलाव युवाओं को अधिक रोजगार अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से किए गए हैं। अब HKRN के तहत भर्ती की प्रक्रिया पहले से काफी अलग होगी। आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से।
हरियाणा कौशल रोजगार निगम (HKRN) क्या है?
हरियाणा कौशल रोजगार निगम राज्य सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसका उद्देश्य
युवाओं को अस्थायी और अनुबंध आधारित रोजगार के अवसर प्रदान करना।
सरकारी विभागों में आउटसोर्सिंग प्रक्रिया को पारदर्शी और कुशल बनाना।
HKRN ने हाल ही में विभिन्न पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया को तेज किया है, जिससे युवाओं को बड़े स्तर पर रोजगार के अवसर मिल रहे हैं।
103 श्रेणियों में भर्ती प्रक्रिया पूरी
HKRN के तहत हाल ही में 103 श्रेणियों के विभिन्न पदों पर भर्ती के लिए आवेदन मांगे गए हैं। इस प्रक्रिया के जरिए योग्य उम्मीदवारों को रोजगार उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है।
कैसे होगा चयन?
अब तक 100 अंकों के आधार पर चयन प्रक्रिया होती थी, लेकिन अब इसे 80 अंकों पर सीमित कर दिया गया है।
पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने सामाजिक-आर्थिक मानदंडों के अंकों पर रोक लगाई है, जिसके कारण चयन प्रक्रिया में यह बदलाव हुआ है।
80 अंकों का विवरण
आय के आधार पर अंक
₹1 लाख से कम: 40 अंक
₹1 लाख से ₹1.8 लाख: 30 अंक
₹1.8 लाख से ₹3 लाख: 20 अंक
₹3 लाख से ₹6 लाख: 10 अंक
कौशल योग्यता के अंक
SCVT/NCVT/NSQF/SVSU या मान्यता प्राप्त संस्थान से कौशल डिग्री या डिप्लोमा: 5 अंक
शैक्षणिक योग्यता के लिए अंक
पद से अधिक शैक्षणिक योग्यता होने पर: 5 अंक
CET के लिए अंक
संयुक्त पात्रता परीक्षा (CET) पास करने पर: 10 अंक
आयु के लिए अंक
18 से 24 वर्ष: 0 अंक
24 से 36 वर्ष: 10 अंक
36 से 60 वर्ष: 5 अंक
स्थानीय जिला प्राथमिकता के अंक
घरेलू जिले में कार्यस्थल होने पर: 10 अंक
अन्य जिलों के लिए: कोई अंक नहीं
किन बातों पर अंक नहीं मिलेंगे?
अनुभव और सामाजिक मानदंडों के लिए अब कोई अंक नहीं दिए जाएंगे।
अनाथ, विधवा, या अन्य विशेष श्रेणियों को मिलने वाले अतिरिक्त अंकों की प्रक्रिया को हटा दिया गया है।
चुनौतियां और नए बदलाव
CET की अनिवार्यता
ग्रुप C और D के पदों पर भर्ती के लिए CET पास करना अनिवार्य है।
ग्रामीण युवाओं के लिए CET पास करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
अंकों की नई संरचना
सामाजिक-आर्थिक मानदंड हटने से कई उम्मीदवारों के लिए प्रतिस्पर्धा बढ़ सकती है।