Haryana Orbital Rail Corridor 2025: हरियाणा-उत्तर प्रदेश को जोड़ेगा ईस्टर्न ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर: जानें इसकी खास बातें
हरियाणा रेल अवसंरचना विकास निगम (एचआरआईडीसी) ने हाल ही में ईस्टर्न ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर (ईओआरसी) की रूपरेखा पेश की है। यह महत्वाकांक्षी परियोजना हरियाणा और उत्तर प्रदेश के बीच रेलवे कनेक्टिविटी को एक नया आयाम देगी। 135 किलोमीटर लंबा यह रेल कॉरिडोर माल और यात्री परिवहन को सुगम बनाकर दोनों राज्यों के सामाजिक और आर्थिक विकास को गति देगा।
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परियोजना की विशेषताएं
- रेलवे नेटवर्क में सुधार:
यह कॉरिडोर हरियाणा और उत्तर प्रदेश के बीच बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेगा। - दिल्ली रेल नेटवर्क पर दबाव कम:
गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) के नोडल एजेंसी होने के कारण दिल्ली के रेलवे नेटवर्क पर यातायात का दबाव कम होगा। - औद्योगिक और कृषि क्षेत्र को बढ़ावा:
यह परियोजना औद्योगिक और कृषि केंद्रों को जोड़ते हुए आयात, निर्यात और उत्पादन की लागत कम करेगी। - प्रमुख स्थानों से जुड़ाव:
यह रेल कॉरिडोर गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, सोनीपत, फरीदाबाद और पलवल जैसे क्षेत्रों से होकर गुजरेगा।
प्रमुख लाभ
Haryana Orbital Rail Corridor 2025:
- एनसीआर क्षेत्र को मिलेगी कनेक्टिविटी:
न्यू नोएडा इंडस्ट्रियल टाउनशिप, बागपत, गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर को बेहतर रेल कनेक्शन मिलेगा। - जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक सीधी पहुंच:
इस कॉरिडोर से जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए रेल लाइन की सुविधा भी उपलब्ध होगी। - लॉजिस्टिक्स और परिवहन में सुधार:
यह परियोजना माल और यात्री परिवहन के लिए एक नया और किफायती साधन प्रदान करेगी। - उद्योगों को बढ़ावा:
इस परियोजना से मैन्युफैक्चरिंग और लॉजिस्टिक्स में तेजी आएगी, जिससे पूरे एनसीआर और देश में व्यापार को नई दिशा मिलेगी।
एचआरआईडीसी की रिपोर्ट
एचआरआईडीसी द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट के अनुसार, यह परियोजना क्षेत्र में परिवहन और लॉजिस्टिक्स की तस्वीर बदल देगी। इस परियोजना से दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र के साथ-साथ पूरे भारत को आर्थिक लाभ होगा।
निष्कर्ष
Haryana Orbital Rail Corridor 2025:
ईस्टर्न ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर हरियाणा और उत्तर प्रदेश के बीच रेलवे कनेक्टिविटी को मजबूत बनाते हुए औद्योगिक और सामाजिक विकास को गति देगा। इस परियोजना से न केवल एनसीआर क्षेत्र में, बल्कि पूरे देश में आयात, निर्यात और मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र में नए अवसर पैदा होंगे।