Hisar Airport News: हरियाणा में हिसार एयरपोर्ट को लेकर सरकार लगातार दावे कर रही है कि यहां से जल्द ही उड़ानें शुरू की जाएंगी। हालांकि, कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने इन दावों को सिरे से खारिज कर दिया है। उन्होंने इसे प्रदेश की जनता को गुमराह करने वाला कदम बताया।
कुमारी सैलजा ने जानकारी दी कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय के जवाब के मुताबिक, हिसार एयरपोर्ट को अभी तक एयरोड्रम लाइसेंस नहीं मिला है। यह नियामकीय देरी के कारण लंबित है, जिसके बिना किसी भी एयरपोर्ट पर यात्री विमान सेवाएं शुरू नहीं हो सकतीं।
केंद्र सरकार से सवाल-जवाब में खुलासा Hisar Airport News:
सांसद कुमारी सैलजा ने हरियाणा में हवाई अड्डों और वायुसेना केंद्रों से यात्री विमान सेवाएं शुरू करने को लेकर नागरिक उड्डयन मंत्रालय से सवाल किए थे। जवाब में कई अहम बातें सामने आईं:
सिरसा हवाई अड्डा:
भारतीय वायुसेना के स्वामित्व में सिरसा हवाई अड्डा क्षेत्रीय संपर्क योजना (RCS-उड़ान) के तहत सूचीबद्ध है। हालांकि, पांच दौर की बोली प्रक्रिया के बाद भी किसी भी एयरलाइन ने यहां से उड़ानें संचालित करने में रुचि नहीं दिखाई।
अंबाला हवाई अड्डा:
अंबाला एयरफोर्स स्टेशन को RCS-उड़ान योजना के तीसरे दौर में नागरिक उड़ानों के लिए चयनित किया गया। यहां एक सिविल एन्क्लेव का विकास किया गया है, लेकिन अधूरी सुरक्षा मंजूरी और दस्तावेजों की कमी के चलते उड़ानें अभी शुरू नहीं हो सकी हैं।
हिसार एयरपोर्ट: Hisar Airport News:
हिसार एयरपोर्ट को एयरोड्रम लाइसेंस जारी नहीं किया गया है। इसके बिना उड़ानों का संचालन असंभव है।
सरकार पर सैलजा का निशाना Hisar Airport News:
कुमारी सैलजा ने राज्य और केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि
“भाजपा सरकार केवल वादे कर रही है, लेकिन जमीनी स्तर पर काम करने में असफल रही है। हवाई अड्डों की संचालन प्रक्रिया में देरी सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़े करती है।”
उन्होंने यह भी कहा कि हिसार एयरपोर्ट और अन्य परियोजनाओं में हो रही देरी से सरकार की प्रतिबद्धता और क्षमता दोनों पर संदेह होता है।
सांसद ने जताई निराशा Hisar Airport News:
सांसद ने हिसार, अंबाला और सिरसा एयरपोर्ट्स की धीमी प्रगति पर निराशा व्यक्त की और कहा कि
“सरकार को चाहिए कि वह इन परियोजनाओं को प्राथमिकता दे। बिना एयरोड्रम लाइसेंस और सुरक्षा मंजूरी के ये प्रोजेक्ट केवल कागजों तक ही सीमित रह जाएंगे