International Airport: नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए जमीन अधिग्रहण प्रक्रिया ने किसानों की जिंदगी में बड़ा बदलाव लाया है। अब तक 7,000 किसानों से 2,420 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहित की जा चुकी है, जिसके बदले उन्हें 8,000 करोड़ रुपये से अधिक का मुआवजा दिया गया है। इस मुआवजे से किसानों की जीवनशैली में उल्लेखनीय बदलाव देखने को मिल रहा है।
पहले और दूसरे चरण में भूमि अधिग्रहण International Airport:
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए भूमि अधिग्रहण का काम दो चरणों में हुआ है। पहले चरण में 1,334 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया गया, जबकि दूसरे चरण में 1,181 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहित की गई है।
किसानों की बदली हुई जीवनशैली
मुआवजा मिलने के बाद किसानों के जीवन में बड़ा बदलाव आया है। पहले जहां उनकी आजीविका का मुख्य साधन खेती थी, वहीं अब कई किसान आधुनिक जीवनशैली को अपना रहे हैं। International Airport:
कई किसानों ने मुआवजे की रकम से नई कारें और बुलेट बा इक खरीदी हैं, जो उनके जीवन में नए उत्साह का प्रतीक हैं। कुछ किसानों ने अन्य जिलों में खेती के लिए जमीन खरीदी है, जबकि कई ने व्यापारिक गतिविधियों में रुचि दिखाते हुए दुकानें खोली हैं या नए व्यवसाय शुरू किए हैं।
आगामी चरण और निर्माण कार्य International Airport:
अगले चरण में 14 गांवों के करीब 12,000 किसानों से 2,084 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण की योजना है। इसमें कुछ सरकारी भूमि भी शामिल होगी। इस अधिग्रहण के बाद टर्मिनल बिल्डिंग-3 और एक नए रनवे का निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा।
यह परियोजना न केवल क्षेत्रीय विकास को गति दे रही है, बल्कि किसानों के जीवन में सकारात्मक बदलाव का माध्यम भी बन रही है।